Shodashi Things To Know Before You Buy

Wiki Article



क्षीरोदन्वत्सुकन्या करिवरविनुता नित्यपुष्टाक्ष गेहा ।

साहित्याम्भोजभृङ्गी कविकुलविनुता सात्त्विकीं वाग्विभूतिं

Shodashi’s mantra boosts devotion and faith, aiding devotees build a deeper connection for the divine. This gain instills trust from the divine process, guiding people by means of problems with grace, resilience, and a way of function inside their spiritual journey.

प्राण प्रतिष्ठा में शीशा टूटना – क्या चमत्कार है ? शास्त्र क्या कहता है ?

The supremely lovely Shodashi is united in the guts from the infinite consciousness of Shiva. She eliminates darkness and bestows light-weight. 

लक्ष्मीशादि-पदैर्युतेन महता मञ्चेन संशोभितं

ह्रीङ्काराम्भोजभृङ्गी हयमुखविनुता हानिवृद्ध्यादिहीना

The above a person is not a Tale but a legend along with a actuality since the particular person blessed by Sodhashi Tripur Sundari, he results in being the regal man or woman. He achieves all the things resulting from his knowledge, desire and workmanship.

भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर read more जगत की सृष्टि करती है।

श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥७॥

कालहृल्लोहलोल्लोहकलानाशनकारिणीम् ॥२॥

सा देवी कर्मबन्धं मम भवकरणं नाश्यत्वादिशक्तिः ॥३॥

पञ्चब्रह्ममयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥५॥

Report this wiki page